Connect with us

Brahma kumaris shajapur

“मेरा भारत व्यसन मुक्त भारत” की थीम पर कार्यक्रम का आयोजन जिला जेल शाजापुर मध्य प्रदेश

Published

on

*मेरा भारत व्यसन मुक्त भारत* की थीम पर कार्यक्रम का आयोजन जिला जेल शाजापुर मध्य प्रदेश में
 *प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शिव वरदानी धाम* द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के बैनर तले एवं ब्रह्माकुमारीज़ के मेडिकल प्रभाग के अंतर्गत जिला जैल शाजापुर में कैदी भाइयों के लिए व्यसन मुक्त कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
 उक्त कार्यक्रम में मंचासीन जेलर  भ्राता गौतम साहब,उप जेलर भ्राता सुनील जी, ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी, ब्रह्माकुमारी चंदा बहन जी, ब्रह्माकुमार दीपक भाई एवं भ्राता मनोहर नायक जी उपस्थित रहे.
 उक्त कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी ने व्यसन मुक्ति पर अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि व्यसन के कारण आज संसार में कई प्रकार के अपराध हो रहे हैं नशे के कारण कई वाहनों के एक्सीडेंट हो जाते हैं.   व्यसन का शौक दुखी होकर मौत होना है.
 उन्होंने कहा कि आप इस समय जेल में नहीं बल्कि सुधार ग्रह में है यहां आपको स्वयं को सुधारने का पूरा अवसर दिया जाता है यहां से जब आप बाहर जाए और यदि किसी व्यसन का शौक हो तो पूरी तरह से परिवर्तित होकर जाए अपने जीवन से बुराइयों दुर्गुणों एवं व्यसनों को हमेशा के लिए दूर कर दें क्योंकि इन्ही व्यसनों के कारण ही परिवारों में समाज में कई प्रकार के अपवाद पैदा हुए हैं और इन्हीं नशीली चीजों के कारण संसार में कई अपराधों को जन्म दिया है.
 उक्त कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी चंदा बहन जी ने व्यसन मुक्ति के गुर से सिखलाते हुए. बताया कि यदि आप प्रतिदिन राजयोग का अभ्यास करेंगे तो निश्चिती आप सभी प्रकार की बुराइयों व्यसनों से दूर हो जाएंगे क्योंकि नशीली चीजों के साथ काम क्रोध लोभ मोह अहंकार ईर्ष्या ड्रेस आदि भी एक प्रकार का नशा ही है जो मनुष्य को बर्बादी की ओर ले जाता है मनुष्य इतनी मेहनत से धन कमाता है और नशीली चीजों के शौक में उसे लुटा देता है 6 फिट का मनुष्य डेढ़ इंच की बीड़ी सिगरेट का गुलाम हो जाता है.
एक छोटे से गुस्से और क्रोध के कारण ही मनुष्य क्या से क्या कर बैठता है. बुराइयों के कारण ही वह अपने ऊपर कंट्रोल ही नहीं कर पाता और राजयोग ही एक ऐसी प्रक्रिया है जो मनुष्य को स्व प्रबंधन एवं नेतृत्व कई कला सिखलाती है, हम अपने कर्म इंद्रियों और बुरी आदतों पर कंट्रोल कर सकते हैं. आगे उन्होंने राजयोग के द्वारा परमात्मा को याद करने की विधि भी सीखलाई. जिससे मनुष्य के आत्म बल की वृद्धि होती है.
 कार्यक्रम में ब्रह्माकुमार दीपक भाई ने मंच का संचालन करते हुए कहा की आप यहां सुधार ग्रह में तो कुछ दिन रहेंगे लेकिन इन व्यसनों के अधीन होना भी जेल के अंदर बंद होने के समान ही है जब तक हम अपनी बुरी आदतों पर नशीली चीजों पर स्वयं को कंट्रोल कर के विजय नहीं दिलाएंगे हम इन बुराइयों व्यसनों की जेल से कभी मुक्त नहीं हो सकते.  यहां आपके पास पूरा सु अवसर है स्वयं पर स्वयं की बुराइयों पर विजय प्राप्त करने का जो ईश्वर की याद से ही प्राप्त हो सकता है आप प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर ईश्वर का स्मरण करें अपनी गलतियों के लिए ईश्वर से क्षमा मांगे जिन कारणों से हम यहां हैं, और कारणे व अकारण हमसे यदि किसी को दुख पहुंचा है उनसे भी प्रतिदिन क्षमा मांगे इससे आपको आतंरिक सुख की अनुभूति होगी और आपके अच्छे आचरण से आप जेल से भी शीग्र रिहा हो जायेंगे.
व्यसन मुक्ति पर उन्होंने कहा कि मनुष्य इतनी मेहनत से जो धन कमाते हैं और नशीली चीजें बनाने वाली कंपनियों को दे देते हैं और वही कंपनी आज करोड़ों रुपये आपसे ठग चुकी है. वें लोग करोडो के मालिक बन गए ओर नशा करने वाला भूखा सो जाता है.
 कार्यक्रम में भ्राता मनोहर नायक जी ने अपने जीवन का अनुभव सुनाते हुए बताया कि मैं भी प्रतिदिन राजयोग का अभ्यास 7 वर्षों से प्रतिदिन कर रहा हूं मैंने राजयोग के द्वारा अपने अंदर की बुराइयों को जीता है जीवन में सच्चा सुख और शांति की अनुभूति मैंने ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा सिखलाए जा रहे राजयोग के द्वारा सीखी है तो मैं आप सभी से यह आग्रह करूंगा की आप भी राजयोग का अभ्यास जरूर करें. क्योंकि व्यसन तो एक बाहरी शौक है और जब मैंने आंतरिक बुराइयों पर विजय प्राप्त कर ली तो बाहरी व्यसनों के शौक छोड़ना कोई बड़ी बात नहीं है.
 उक्त कार्यक्रम में जिला जेलर भ्राता गौतम साहब ने भी व्यसनमुक्ती पर अपने विचार रखे. ओर सभी से व्यसन मुक्ति की प्रतिज्ञा करने को कहा.
 उक्त कार्यक्रम में आए हुए  ब्रह्माकुमार एवं ब्रह्माकुमारी भाई बहनों का अभिवादन एवं आभार उप जेलर भ्राता सुनील साहब ने किया.
 कार्यक्रम के पश्चात ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी ने सभी को व्यसन मुक्ति के लिए प्रतिज्ञा भी दिलवाई.
 और सभी कैदी भाइयों को व्यसन मुक्ति के लिए राजयोग पत्रिका उपहार स्वरूप सभी को भेंट में दी गई.

Brahma Kumaris Shajapur